बक्शी का तालाब 17 सितंबर श्रद्धेय बाबू भगवती सिंह द्वारा स्थापित चंद्रभानु गुप्त कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय बख्शी का तालाब के कृषि संकाय के तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं द्वारा नए प्रवेशित छात्र- छात्राओं का स्वागत किया इस अवसर पर छात्र -छात्राओं द्वारा रंगारंग कार्यक्रम किए गए। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो गजेंद्र सिंह ने सरस्वती जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की। महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बीएससी (ऑनर्स) कृषि प्रथम सेमेस्टर के छात्र राजधानी के अलावा अन्य प्रदेशों से शिक्षा ग्रहण करने आते हैं विद्यालय में शिक्षा के साथ उनके स्किल डेवलपमेंट पर भी कार्य किया जाता है डॉ सिंह ने बताया कि चंद्र भानु गुप्त कृषि विद्यालय के छात्र विदेश में भी कार्य कर रहे हैं विद्यालय 28 वर्ष की उम्र पूरा कर चुका है और आज भी निरंतर कृषि शिक्षा शोध और किसानों के लिए कार्य कर रहा है। महाविद्यालय के शिक्षक एवं कर्मचारियों ने सरस्वती जी एवं महाविद्यालय के संस्थापक प्रबंधक बाबू भगवती सिंह जी की प्...
हरदोई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सण्डीला अधीक्षक डॉ शरद वैश्य ने पुनः एक बार फिर एक बच्चे की जान बचाकर एक परिवार की खुशियां वापस लौटाई हैं। आज दिनांक 13 सितंबर 2024 को प्रातः 9:00 बजे हरदलमऊ , सण्डीला निवासी पप्पू अपने 3 वर्षीय पुत्र कबीर को लेकर इमरजेंसी में आए एवं उनके द्वारा बताया गया कि बच्चे ने बाएं नथुने में खेलते खेलते कोयले का टुकड़ा डाल लिया है और जिसकी वजह से बच्चे को सांस लेने में अत्यंत तकलीफ हो रही है। इस पर इमरजेंसी चिकित्सा अधिकारी द्वारा अधीक्षक डॉक्टर शरद वैश्य को संपर्क किया गया। निरीक्षण करने पर कोयला काला होने के कारण नाक के अंदर दिखाई नहीं पड़ रहा था की कितनी गहराई में है । https://sharechat.com/post/n36BEbp?d=n&ui=BaVzn5M अधीक्षक डॉक्टर शरद वैश्य बच्चे को ओटी में ले गए एवं सूक्ष्म बेहोशी देकर उसकी नथुने से कोयले का टुकड़ा बाहर निकाला । बच्चा अब स्वस्थ एवं सकुशल है।आपको बता दें इससे पहले भी कई बार बच्चों की जान बचाने के लिए डॉ श्री वैश्य की जमकर प्रसंशा हो चुकी है।बच्चे को शकुशल देख परिजनों ने बताया कि यदि सीएचसी सण्डीला पर डॉ श्री वैश्य तैनात न होते तो उनक...
करते रहे निगरानी बढ़ सकता है गधी कीट का खतरा: डॉ सत्येंद्र सिंह 11 सितम्बर प्रदेश में हुई झमाझम बारिश होने से धान की फसल की सेहत सुधरने लगी है किसानों के चेहरे में मुस्कान देखने को मिल रही है वहीं पर बहुत सारे किसान अभी धान की पछेती प्रजातियों की रोपाई कर रहे हैं। फसल को देखकर किसानों के चेहरे पर मुस्कान दिखाई पड़ रही है। जनपद में अच्छी बरसात से किसान गांव के चौराहों और बाजारों में चर्चा करने लगे है यदि इसी तरह बारिश होती रही तो धान की फसल अच्छी होगी। इस समय धान की अगेती फसल ग्रोथ अवस्था में है और यदि अच्छी बरसात होती रही तो उत्पादन बढ़ेगा। =कृषि वैज्ञानिकों ने दी अपनी राय= चन्द्रभानु गुप्त कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय के कृषि कीट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पिछले हफ्ते धन तेजी से सूख रहा था और धान को अधिक पानी की आवश्यकता थी बरसात अमृत के रूप में हुई है और इस प्रकार की बरसात से धन को सीधे लाभ होता है प्रमुख रूप से आद्रता अधिक बढ़ने पर कीट एवं बीमारियों का भी खतरा बढ़ता है यहां पर किसानों को सतर्क रह...
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