बक्शी का तालाब स्थित एस एस इंटरनेशनल स्कूल मे कवि सम्मेलन का आयोजन


मौसमी भोज में लोगों ने मौसमी खाने का उठाया आनंद। 



बक्शी का तालाब 25 दिसंबर। 

बक्शी का तालाब स्थित एस एस  इंटरनेशनल स्कूल मामपुर अस्ती रोड में शिशिरोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रमुख रूप से कवि सम्मेलन के साथ मौसमी भोज का लुप्त लोगों ने लिया। संध्या त्रिपाठी द्वारा वाणी वंदना के पश्चात प्रख्यात राष्ट्रीय कवि योगेश चौहान ने काव्यपाठ  की शुरुआत की उन्होंने कहा कि हिंदी साहित्य से ही बक्शी का तालाब की अपनी अलग पहचान है । कवि धनंजय शारस्वत की कविता क्रिसमस डे पर  लोगों को खूब भायी "बाहरी लोगों के हम मुरीद हो गए । क्रिसमस डे पर लाखों के खरीद हो गए । गुरु गोविंद सिंह के बच्चों को भूल गए हम ,जो भारत की आन के लिए शहीद हो गए।


प्रतापगढ़ के मशहूर कवि हरिबहादुर 'हर्ष' ने अपनी ओज की कविता के माध्यम से जोश ला दिया।  घर-घर से अफजल निकलेंगे तो हम क्या चुप रहेंगे, हम राणा के वंशज हैं, हम घर में घुसकर मारेंगे।


लखनऊ की कवित्री संध्या त्रिपाठी ने ( तुम प्रकृति हो सुहावन मैं हूं सारिका, ।साज हो तुम तो मैं गीत की साधिका  ) श्रंगार का गीत पढ़ कर सबको आकर्षित किया। बाराबंकी के कवि सीताकांत ने कविताओं के माध्यम से लोगों को खूब हंसाया गुदगुदाया उन्होंने आज के समय में मोबाइल पर रील बनाने को लेकर के लोगों को सचेत किया और अपनी कविता में टिकटोक रील्स पर ठुमके तो मरवाती इन्हें पद्मावती का जौहर बताइए....)


कन्नौज के अभिनव मिश्रा ने अपनी कविता के माध्यम से गांव के प्यार को जागने का काम किया उनकी कविता कौवा ने करी  जब कांव तो जाग उठो गांव बढ़नियां नाचन लागी बहुत भाई। इस अवसर पर सीतापुर के एमएलसी पवन सिंह चौहान सहित क्षेत्र के गणमान्य लोक उपस्थित रहे सभी क्षेत्रवासियों का सम्मान एसएस इंटरनेशनल स्कूल अध्यक्ष प्रवीण सिंह चौहान ने किया क्षेत्र वासियों को पुष्प गुच्छ एवं अंग वस्त्र पहनाकर स्वागत किया। विद्यालय के संस्थापक प्रबंधक अनिल सिंह चौहान ने सभी आगंतुकों का स्वागत एवं अभिनंदन किया विवांता रिजॉर्ट के प्रोपराइटर आलोक सिंह चौहान ने सभी कवियों को सम्मानित किया।  अनिल सिंह चौहान ने बताया कि प्रत्येक वर्ष कार्यक्रम किया जाता है इसमें मौसमी खाना ज्वार, बाजरा, मक्का की रोटी रांगी का हलवा, सावां की खीर तथा शकपहिता, बैंगन का भर्ता एवं कुल्हड़ की चाय का आनंद लिया जाता है। बक्शी का तालाब के कृषि विशेषज्ञ डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम से लोगों में प्यार और स्नेह जागृत होता है तथा लोगों की सोच बदलती है।

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इस अवसर पर अंगद सिंह एम एल सी बाराबंकी बलबीर सिंह राठौड़ अध्यक्ष बाबू भगवती सिंह स्मृति ट्रस्ट पूर्व मंत्री भारत सरकार कौशल किशोर माननीय पवन सिंह चौहान एम एल सी सीतापुर सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।

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