जर्जर मार्ग क्षतिग्रस्त पुलिया का दंश झेल रहे भोले-भाले बच्चें,शिक्षक, अभिभावक सहित राहगीर जनपद हरदोई के विकासखंड कोथावां क्षेत्र का मामला
रिपोर्ट- पीयूष तिवारी
शासन-प्रशासन में बैठे जिम्मेदारों के ढुलमुल रवैया के चलते नहीं बन सका जर्जर मार्ग व क्षतिग्रस्त पुलिया
जनपद हरदोई के विकासखंड कोथावां क्षेत्र में शिक्षण संस्थानों में आने जाने वाले मार्ग व अन्य व्यवस्थाएं चाक-चौबंद को लेकर सरकार भले ही लाख दावे कर रही हो लेकिन जमीनी तौर पर दावे हवा हवाई साबित हो रहे है। बता दे विकासखंड कोथावां से चंद कदमों को दूरी पर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज जरौवा को जाने वाला मार्ग पर बनी पुलिया दो वर्ष से क्षतिग्रस्त पड़ी है। लेकिन यहां के जिम्मेदारों का इस ओर ध्यान अभी तक नहीं गया। इसका खामियाजा भोले वाले बच्चों, शिक्षकों,गार्जनों व आने जाने वाले राहगीरों को झेलना पड़ रहा है। विद्यालय से आरती रावत,अंशिका सिंह,नैंसी,शालिनी,सतीश,शिवम्,आकांक्षा जैसे दर्जनों बच्चों ने अपनी परेशानी जुबानी से बयां करते हुए बताया क्षतिग्रस्त पड़ी पुलिया के चलते कई बार गिर चुके हैं बरसात का पानी का भराव भी हो जाता है जिससे हम लोगों को यहां से निकलने में बहुत मुश्किल हो जाती है। विद्यालय प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार यादव ने बताया 2 वर्ष से अधिक समय से पुलिया छटग्रस्त है इसकी लिखित शिकायत भी पहले की जा चुकी है जिम्मेदारों को कई बार बताया भी गया लेकिन अभी तक इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया। अतरौली मैन मार्ग से यह मार्ग जुड़ा हुआ है यह मार्ग काफी जर्जर अवस्था में है आसपास के दर्जनों गांवों के बच्चें यहां पढ़ने आते हैं। टूटी हुई पुलिया के कारण दो पहिया,चार पहिया वाहन यहीं पर रोकना पड़ता है आगे नहीं जा सकता। प्रधानाचार्य किया भी कहना है बड़ा मॉडल विद्यालय होते हुए भी बच्चों के गार्जनों ने इस जटिल समस्या की वजह से नए नामांकरण कराने बंद कर दिए हैं। जो एक चिंताजनक विषय है। विद्यालय के चारों ओर बाउंड्री वाल न होने के चलते विद्यालय की सुरक्षा पर भी प्रधानाचार्य ने सवाल उठाए। प्रधानाचार्य ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों प्रशासन के जिम्मेदारों से मांग की तत्काल टूटी हुई पुलिया व जर्जर संपर्क मार्ग को ठीक कराया जाए। उपरोक्त विषय पर खंड विकास अधिकारी महेश चंद्र का कहना है मामले की जानकारी है 23 जनवरी को ग्राम सचिवों की मीटिंग बुलाई गई है इस विषय पर बात कर समस्या का समाधान निकाला जाएगा। पी.डब्लू.डी जे.ई. सुनील कुमार ने बताया सर्वे कर विभाग को स्टीमेट भेज दिया था। रोड का सैंनसन हो गया और टेंडर प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी है। आगे बानगठन प्रक्रिया पूर्ण होते ही लगभग 10-15 दिनों में कार्य शुरू हो जाएगा। डेढ़ किलो मीटर मार्ग का डामरीकरण के साथ में पुलिया बननी है। जिसकी अनुमानित धनराशि लगभग 60 से 70 लाख रुपए है।फिलहाल कोथावां में विकासकार्य के जिम्मेदारों तुम्हारा ध्यान किधर है शिक्षण संस्थान वाला जर्जर मार्ग व टूटी पुलिया इधर है की तर्ज़ पर पीयूष तिवारी की रिपोर्ट में स्थानीय लोगों के यह बयान देखिए
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