तोरिया की बुवाई के लिए उचित समय किसान शीघ्र करें बुवाई -प्रोफेसर सतेंद्र सिंह
तोरिया की खेती के लिए जिप्सम बहुत लाभकारी।
लखनऊ, 11 सितंबर।
जहां पर एक तरफ तिलहन के उत्पादन को बढ़ाने की बात आती है तो तोरिया कम समय में फसल अच्छा उत्पादन दे देती है ।
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अधिकतर किसान गेहूं की फसल लेने की लिए तोरिया की बुवाई करते हैं तोरिया की बुवाई हर संभव 15 सितंबर तक अवश्य पूर्ण कर लेनी चाहिए जिन किसानों ने अभी तोरिया की बुवाई नहीं की है वह समय मिलते ही बुलाई पूर्ण कर लें जो कृषि विशेषज्ञ डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि किसान टाइप- 36, टाइप - 9, पी टी -303, पी टी- 30 की बुवाई करना चाहिये क्योंकि यह प्रजातियां 95 से 100 दिन का समय लेती हैं यदि समय से बुवाई नहीं की जाती है तो गेहूं की फसल लेट हो जाती है वहीं पर तोरिया भवानी प्रजाति की बुवाई सितंबर की दूसरे पखवाड़े में अवश्य पूर्ण कर लें । यह पकाने में 80 दिन का समय लेती है और 10 से 15 कुंतल प्रति हेक्टेयर उत्पादन हो जाता है।
पिछले वर्ष राजधानी में तोरिया की 800 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में बुवाई की गई थी इस वर्ष बक्शी का तालाब, माल, मलिहाबाद, इटौंजा एवं मोहनलालगंज क्षेत्र के किसान तोरिया की बुवाई प्रारंभ कर दिए हैं जहां पर जल भराव की स्थिति थी वहां पर अभी बुवाई प्रारंभ नहीं हुई है अनुमान लगाया जाता है कि पिछले वर्ष से 20% रकबा तो रिया का बढ़ेगा।
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