चंद्रभानु कृषि विश्वविद्यालय में दलहन नवाचार से उद्यम वैज्ञानिकों ने की चर्चा।
बक्शी का तालाब, 26 मार्च।
बक्शी का तालाब स्थित चंद्रभानु गुप्त कृषि महाविद्यालय में दलहन नवाचार से उद्यम पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ आर के मिश्रा ने बताया की दाल बनाने के बाद जो भी चुनी- भूसी होती है उसमें प्रोटीन के साथ अन्य उपयोगी तत्व भारी मात्रा में पाए जाते हैं जिसमें प्रमुख रूप से एंटीऑक्सीडेंट एवं फेनोल्स अधिक होते है उन्होंने दलहन से बिस्किट दालमोट एवं दलहन सूप बनाने की विधि बतायी। संस्थान के वैज्ञानिक डॉ मनमोहन देव ने उत्पाद की प्रोसेसिंग तथा लाइसेंस प्राप्त करने एवं दलहन यूनिट लगाने में आने वाली मशीनों पर विधिवत चर्चा की। कृषि महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ तेज प्रकाश सिंह ने बताया कि दलहन में प्रोटीन की प्रचुरता अधिक होती है और मांस से कहीं अच्छी गुणवत्ता वाली प्रोटीन दलहनों से प्राप्त होती है। कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो गजेंद्र सिंह ने कहा कि दलहन के उत्पादन बढ़ाने पर महाविद्यालय में शोध को बढ़ावा दिया जाएगा । महाविद्यालय के पादप रोग विज्ञान विभाग के सह- आचार्य डॉ योगेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि प्रमुख रूप से दलहनों पर उकठा की समस्या बहुत अधिक रहती है इसके लिए उन्होंने प्रतिरोधी प्रजातियां उगाने की सलाह दी।कीट विज्ञान विभाग के सह -आचार्य डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि समय से बुवाई करने से कीटों का खतरा कम रहता है उन्होंने कीटों के प्रबंधन के लिए जैविक उत्पाद उपयोग करने पर जोर दिया। एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम में महाविद्यालय के कृषि प्रसार विभाग की सहायक आचार्य डॉ केडी सिंह डॉ स्वाहा सी चंदा , श्रीमती प्रतिमा सिंह देवा आशीष, उमेश कुमार, प्रशासनिक अधिकारी शिवमंगल चौरसिया सहित 135 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया मंच का संचालन डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ उरूज आलम सिद्दीकी ने किया।
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